पर तुम्ही क्यों होते हो, जहाँ भी कुछ ऐसा होता है

माना के, हर आदमी बुरा या गुनहगार नहीं होता है,

पर तुम्ही क्यों होते हो, जहाँ भी कुछ ऐसा होता है,


कोई गलती या कमी तो, जरूर है कहीं निसाबो में, 

जान देकर, जान लेने को, जो तैयार कोई होता है,


क्या फरक है सबसे, एक बार जरा सोच तो लो,

बिना बात के दुनिया में कोई दुश्मन नहीं होता है,


यहाँ से तो जाओगे ही, आगे भी कुछ नहीं पाओगे,

मसले और बढ़ते हैं, मरने मारने से कुछ नहीं होता है,


साथ चलो दुनिया के अपना इक़बाल बुलंद करो,

तहज़ीब तालीम वाले का हर जगह मान होता है!

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