पैरहन बदलते रहो, तहज़ीब मत बदलना,
ज़ुबान कोई भी बोलो, तमीज़ मत बदलना,
रुक जाना तो मौत है, बिलकुल नहीं कहता,
विरासत में जो मिला है बस साथ लेके चलना,
घर से निकल के, जाओ दुनिया देख आओ,
घर छोड़ के परदेस जाने की ज़िद्द मत करना,
सब से मिलो और करो दोस्ती ये अच्छी बात है,
बस किसी के लिए हमारी चाह कम मत करना,
लो मैंने अपने सपने तुम्हारे सपनो पे वार दिए,
तुम कुछ नहीं बस कभी ये तन्क़ीद मत करना!
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