शादी

बड़ा जोर लगाते 

घर वाले उसके, 

घर बसाओ शादी करो,


और वो कहता था 

मेरी हो चुकी है,


बिजली की तारों से,

अविष्कारों से,


मैंने दुनिया, 

बना ली है अपनी,

अपने सपनों में 

अपने ख्यालों में!

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