जब अपने गाँव की याद आती मुझको,
लगता है घर वापिस माँ बुलाती मुझको,
नींद ना जब आती याद आ जाती है माँ,
सपनो में फिर लोरी सुनाती मुझको,
जब अपने गाँव की याद.....
खड़े द्वार पर सब मुझको बुला रहे,
खेलने को आने के लिए कह रहे,
थाली ले के फिर पीछे दोड़ती है माँ,
पास बिठा के खाना खिलाती मुझको,
जब अपने गाँव की याद.....
इक्क गर्मी की शाम मैं बीमार पड़ा हूँ,
अपने बिस्तर पे घर में लेटा हुआ हूँ ,
सब काम छोड़ पास आ बैठ जाती माँ,
अपने हाथों से दवा पिलाती मुझको,
जब अपने गाँव की याद.....
हुई खता कोई मुझसे शर्मसार हूँ मैं,
पिता के सामने खडा गुनाहगार हूँ मैं,
मार से फिर बचाने आ जाती है माँ,
प्यार से फिर समझाती मुझको,
जब अपने गाँव की याद.....
मैंने उसके लिए कभी कुछ किया ना,
दुख के सिवा कुछ और दिया ना,
फिर भी मेरे लिए दुआ करती है माँ,
सबसे अच्छा बताती मुझको,
जब अपने गाँव की याद.....
जय हो टीम इंडिया तुम्हारी!
जीत आखिर में हुई हमारी,
देखती है बैठ के दुनिया सारी,
सब को हराया हमने,
आखिर कर ही दिखाया हमने,
जय हो जय हो जय हो ,
जय हो टीम इंडिया तुम्हारी!
पहले round से पहले पार पाया,
quarter's में अपना स्थान बनाया,
quarter's में फिर Aussies को हराया,
semi में Pakistan को घर पुहंचाया,
final's में आई फिर Lanka की बारी,
जय हो जय हो जय हो ,
जय हो टीम इंडिया तुम्हारी!
Gambhir almost reached his century ,
and captain cool took the ship home
with a six did it for the country ,
सचिन को सबने कन्धों पे उठाया,
देख के सब यह बड़ा मज़ा आया,
83 के बाद फिर आई है अपनी बारी,
जय हो जय हो जय हो ,
जय हो टीम इंडिया तुम्हारी!
हिन्दू ने भी खूब जश्न मनाया,
मुसलमान ने भी गर्व से तिरंगा लहराया,
इसाई ने भी God को सर झुकाया,
सिक्खों ने भी सारी रात ढोल बजाया,
दिल को ये जोडती खेल प्यारी,
जय हो जय हो जय हो ,
जय हो टीम इंडिया तुम्हारी!
देखती है बैठ के दुनिया सारी,
सब को हराया हमने,
आखिर कर ही दिखाया हमने,
जय हो जय हो जय हो ,
जय हो टीम इंडिया तुम्हारी!
पहले round से पहले पार पाया,
quarter's में अपना स्थान बनाया,
quarter's में फिर Aussies को हराया,
semi में Pakistan को घर पुहंचाया,
final's में आई फिर Lanka की बारी,
जय हो जय हो जय हो ,
जय हो टीम इंडिया तुम्हारी!
Gambhir almost reached his century ,
and captain cool took the ship home
with a six did it for the country ,
सचिन को सबने कन्धों पे उठाया,
देख के सब यह बड़ा मज़ा आया,
83 के बाद फिर आई है अपनी बारी,
जय हो जय हो जय हो ,
जय हो टीम इंडिया तुम्हारी!
हिन्दू ने भी खूब जश्न मनाया,
मुसलमान ने भी गर्व से तिरंगा लहराया,
इसाई ने भी God को सर झुकाया,
सिक्खों ने भी सारी रात ढोल बजाया,
दिल को ये जोडती खेल प्यारी,
जय हो जय हो जय हो ,
जय हो टीम इंडिया तुम्हारी!
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