अगर सीख ले तू चुप रहना

बुहत सी मुश्किलें
हल हो जाएँ
तेरी बंदे,

अगर सीख ले
तू चुप रहना,

ना अंदर
शोर करना,
ना बाहर
बेमतलब बातें कहना!

हिसाब ना किया करो

तुम जितना चाह
सकती हो
उतना चाहो,

मैं जितना
आ सकता हूँ
उतना आने दो,

ये हिसाब
ना किया करो
दिल के कामो में,

इससेें पड़ती हैं
दरारे रिश्तों में,

खुदा के वास्ते
सब खाता बही
जला दो!

अच्छे बच्चे जिद्द नहीं करते

गलत कहती थी माँ,
अच्छे बच्चे जिद्द नहीं करते,
मैंने ये पाया है ज़िद्द के बिना,
तुम कुछ हासिल नहीं कर सकते!

ये जिद्द ही तो थी एल्वा की,
घर घर जो हैं नन्हे सूरज जलते,
ये जिद्द ही तो थी टेस्ला की,
विद्युत पुहंचा आसानी से घर घर में,
ये जिद्द ही थी दो भाइयों की,
जो हम आज उड़ान हैं भरते,

सो सो उधारहने और भी जग में,
सब हासिल हुआ है जिद्द के चलते,
सो बदलो अब बातों को, मत कहो
बच्चो से, अच्छे बच्चे ज़िद नहीं करते।