कल एक झोंपड़ी में
मैं चिराग लेके गया,
कम्भख्त ने बुझा दिया
फूंके मार मार के,
कहता है शराब है
तेरे पास तो देके जा,
वरना मेरे घर से
निकल जा दफा हो जा!
मैं चिराग लेके गया,
कम्भख्त ने बुझा दिया
फूंके मार मार के,
कहता है शराब है
तेरे पास तो देके जा,
वरना मेरे घर से
निकल जा दफा हो जा!