आप से भला हमें अब और क्या चाहिए

आप की आशनाई के खजाने हमने पा लिए,
आप से अब हमें और कुछ नहीँ चाहिए,

दिल तो सोहबत,अपनीयत को है लरजता,
आइए जो तो ख्याल-ए-उन्स लेके आइए,

कहाँ महकता है फूल कोई दो दिन से ज्यादा,
उम्र भर दिल महके कोई याद एसी दे जाइए,

सुख के रेले में जो जी चाहे करो ए हमजोली,
गम में लेकिन हमें अपना गम-गुसार बनाइए,

पूरी दुनियाँ में कोई नहीँ समझता हमें ठीक से,
बस आप हमारा इतना सा काम कर जाइए!

तुम कहाँ हमारे साथ चले आए

तुम कहाँ हमारे साथ चले आए,
हम खुद भटकते फिरते हैं,
रास्ता तुम्हें क्या बताएँ,

रोशनी होती हमारे पास तो,
खुद न राह तलाश लेते,
तुम्हारे रास्ते में हम,
कहाँ से चिराग जलाएँ,

जाओ किसी और को
अपना रहबर बनाओ,
इमकाँ उसी में है के
तुम्हें रहनुमा मिल जाए!

हर नफरत के बदले मोहब्बत

हर नफरत के बदले मोहब्बत,
बस इसी उम्मीद में,
हो सकता है एक दिन हमारे
वास्ते वहाँ इतने दिल धड़कने लगें,
के नफरत करने वाला,
खुद अपने पे शर्मिंदा होने लगे!

और इश्क़ में इम्तिहान खुदा क्या लेगा

ये भी कम है क्या के जी रहे तुम्हारे बिना,
और इश्क़ में इम्तिहान खुदा क्या लेगा!