दिल को चाहिएँ दो चीजें

दिल को चाहिएँ दो चीजें,
एक शख्श चाहने के लिए,
एक मुकाम पाने के लिए,
इतना कुछ मिल जाए तो,
काफी होगा इस वीराने के लिए!

रोती हैं तन्हा दीवारें भी

घर जाने की है
जल्दी हमको भी,
चाहे घर पे कोई नहीं,
रोती हैं तन्हा दीवारें भी,
कल मैंने बन्द कमरा खोला,
कुछ एक महीने बाद,
हर एक पे सीलन थी!

वो भी कभी उठ कर सदाएं दे आवाज़े दे

कोई दस्तक देगा अपने आप दरवाज़े पे,
सो रहा है इस ख्याल हर शब वो मज़े से,
कोई जा के कहे उसे कोई उसे ढूंढ़ रहा है,
वो भी कभी उठ कर सदाएं दे आवाज़े दे!

But when it hurts, it hurts the same

I have seen the cards,
I knew this is how the game will be,
you can worry less,
that is all in your hands,
but when it hurts,
it hurts the same.