बात नहीं करनी तो ना कीजै,
पर बात नहीं करनी ये बता तो दीजै,
फैंसला यही है सोचना कुछ नहीं है,
तो फैंसला फिर सुना भी दीजै,
इतना कच्चा है अपना नाता तो,
तो फिर अच्छा हाथ छुड़ा ही लीजै,
क्यों निभानी जबरन दिल बुझा के,
आप हल्के होइए हमें रिहा कीजै!
पर बात नहीं करनी ये बता तो दीजै,
फैंसला यही है सोचना कुछ नहीं है,
तो फैंसला फिर सुना भी दीजै,
इतना कच्चा है अपना नाता तो,
तो फिर अच्छा हाथ छुड़ा ही लीजै,
क्यों निभानी जबरन दिल बुझा के,
आप हल्के होइए हमें रिहा कीजै!