गिल्लियाँ उड़ गई,डंडे गड़े रह गए

गिल्लियाँ उड़ गई,डंडे गड़े रह गए,
'वारन'की गेंद,निकल गई दे के चकमा,
'गिल्ली' हैरान बस खड़े देखते रह गए,
गिल्लियाँ उड़ गई,डंडे गड़े रह गए ...

पंद्रह ओवर विरोधी का सकोर एक सो साठ,
खड़े हैं 'संगकारा' सर पे रखे दोनों हाथ,
रन कितने आज कितनी जल्दी बह गए,
गिल्लियाँ उड़ गई,डंडे गड़े रह गए ...

'कोहली'खड़ा है शेर अकेला मैदान में,
बनी हुई है रोयल चैलैंजरस की जान पे,
'डी विलिअर्स','गेल'सब पिहली पे डह गए,
गिल्लियाँ उड़ गई,डंडे गड़े रह गए ...

हर मैच अलग रोमांच, हर मैच अलग नजारा,
कहीं चोका, छक्का, कहीं विकट का इशारा,
दूर नहीं बस अब दिन पांच रह गए,
गिल्लियाँ उड़ गई,डंडे गड़े रह गए ...

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