दिल नहीं लगता दो बातें करनी है

दिल नहीं लगता
दो बातें करनी है,
आ चुपके से
आ के सुन जा,
फुरसत नहीँ
है काम से ओ यारा,

फीकी फीकी सी
रोटी है, दाल भी
फीकी फीकी सी है,
तू हल्का हल्का
सा आ के इस को
नमकीन करदे ओ यारा,
दिल नहीं लगता
दो बातें करनी हैं....

सूनी सूनी सी शाम है,
मेरा दिल बहलाने
के लिए न कोई इंतज़ाम है,
तू मुझको बहलाने
के लिए, निकल
आ आसमान में
बनके कोई सितारा,
दिल नहीं लगता
दो बातें करनी हैं....

रात है चाहे मस्त
भीनी भीनी सी
फिर भी आँखों में
आई नींद नहीं,
तू आ के मुझको
इक्क लोरी सुना जा,
गा दे गीत कोइ
मीठा सा छेड़ इकतारा,
दिल नहीं लगता
दो बातें करनी हैं....

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