किसी के सामने कभी हाथ मत फैलाइए,
अपने हुनर से दुनिया को दीवाना बनाइए,
याद रहे चाहत से पहले अकीदत होती है,
रोज अपने आप को थोड़ा सवाँरते जाइए,
कुछ रहनुमाई, कुछ वक़्त का फेर होता है,
खाब जितने भी टूटें खाब और देखते जाइए,
जो कर गए जो कर रहे हैं वो भी हमीं में से हैं,
इतना तो यकीन और गुमान अपने अंदर लाइए,
इतिहास के पन्नों में कल हमारा भी नाम होगा,
चाँद सितारों से रोज रात शर्त यही लगाइए!
No comments:
Post a Comment