जाने घडी घडी उसकी याद क्यों आती है,
जो हो नहीं सकता अपना कभी,
जाने हर सांस क्यों उसे इतना चाहती है,
जाने घडी घडी उसकी याद क्यों आती है....
हम है यहाँ और वो हजारों मील दूर कहीं,
वो सुन नहीं सकते हमें कभी चाह के भी,
जाने दबी दबी सी आह उसे आवाज़ क्यों लगाती है,
जाने घडी घडी उसकी याद क्यों आती है....
पहले ही गुज़र चुके हैं दिल से दर्द के कई काफिले,
भूले नहीं अभी तक इसे पुराने गम , शिकवे, गिले,
जाने जिंदगी सितम के और सैलाब क्यों चाहती है!
जाने क्यों घडी घडी उसकी याद आती है....
जो ख्वाब भी नहीं हो सकता अपना कभी,
जो न हुआ अब जो न हुआ है पहले कभी,
जाने उसे ये धडकने क्यों हकीकत करना चाहती है,
जाने घडी घडी उसकी याद क्यों आती है....
जो होती चाहत कभी उन्हें भी हम से,
तो वो आ चुके होते हमारे पास कब के,
ये आरज़ू नादान जाने क्यों समझ न पाती है,
जाने घडी घडी उसकी याद क्यों आती है....
जो हो नहीं सकता अपना कभी,
जाने हर सांस क्यों उसे इतना चाहती है,
जाने घडी घडी उसकी याद क्यों आती है....
हम है यहाँ और वो हजारों मील दूर कहीं,
वो सुन नहीं सकते हमें कभी चाह के भी,
जाने दबी दबी सी आह उसे आवाज़ क्यों लगाती है,
जाने घडी घडी उसकी याद क्यों आती है....
पहले ही गुज़र चुके हैं दिल से दर्द के कई काफिले,
भूले नहीं अभी तक इसे पुराने गम , शिकवे, गिले,
जाने जिंदगी सितम के और सैलाब क्यों चाहती है!
जाने क्यों घडी घडी उसकी याद आती है....
जो ख्वाब भी नहीं हो सकता अपना कभी,
जो न हुआ अब जो न हुआ है पहले कभी,
जाने उसे ये धडकने क्यों हकीकत करना चाहती है,
जाने घडी घडी उसकी याद क्यों आती है....
जो होती चाहत कभी उन्हें भी हम से,
तो वो आ चुके होते हमारे पास कब के,
ये आरज़ू नादान जाने क्यों समझ न पाती है,
जाने घडी घडी उसकी याद क्यों आती है....
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