ओ weekend का इंतज़ार करने वाले,
तुम तब भी कोई ख़ुशी नहीं हो पाने वाले,
ख़ुशी तो अंतर में निरंतर बहता दरिया है,
दो फिल्में देख ग़म तुम्हारे नहीं जाने वाले,
Saturday को पांच दिन की थकान उतरेगी,
Sunday को Monday के सपने आने वाले,
मकसद से मतलब की जगह पे काम करो,
जिस्म तो चाहे थके वहाँ पर खून ना उबाले,
वाक़िफ़ हूँ अक्सर नहीं हो पाता मुमकिन,
बन जाओ जुगनू रात को जगमगाने वाले!
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